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जनवरी, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Goal Monitor

Samsung Galaxy S21 FE 5G (Olive, 8GB RAM, 256GB Storage) with Snapdragon 888 Processor

  5G (Olive, 8GB RAM, 256GB Storage) with Snapdragon 888 Processor Features Pro Pro-grade Camera with AI Single Take, Portrait Mode, Night Mode and 30X Space zoom. Dual Recording: Film in both wide and selfie angles at the same time | 12MP F1.8 Main Camera (Dual Pixel AF & OIS) + 12MP UltraWide Camera (123° FOV) + 8MP Telephoto Camera (3x Optic Zoom, 30X Space Zoom, OIS) | 32 MP F2.2 Front Camera 16.28cm (6.4-inch) Dynamic AMOLED 2X Display with 120Hz Refresh rate for Smooth scrolling. Intelligent Eye Comfort Shield, New 19.5:9 Screen Ratio with thinner bezel, 1080x2340 (FHD+) Resolution Iconic Contour Cut Design with 7.9 mm thickness. Gorilla Glass Victus and IP68 Water Resistant. 4500 mAh battery with Super Fast Charging & Fast Wireless Charging. Wireless PowerShare to charge your compatible devices using your phone. Samsung DeX connectivity. Stereo Speakers sound by AKG. Dolby Atmos It has been nearly a week since I bought this masterpiece, 1. Camera is just mind blow

जानिए अठारह पुराण, उनके नाम और उनका संक्षिप्त परिचय।

*जानिए अठारह पुराण, उनके नाम और उनका संक्षिप्त परिचय।* पुराण शब्द का अर्थ है प्राचीन कथा। पुराण विश्व साहित्य के प्रचीनत्म ग्रँथ हैं। उन में लिखित ज्ञान और नैतिकता की बातें आज भी प्रासंगिक, अमूल्य तथा मानव सभ्यता की आधारशिला हैं। वेदों की भाषा तथा शैली कठिन है। पुराण उसी ज्ञान के सहज तथा रोचक संस्करण हैं। उनमें जटिल तथ्यों को कथाओं के माध्यम से समझाया गया है। पुराणों का विषय नैतिकता, विचार, भूगोल, खगोल, राजनीति, संस्कृति, सामाजिक परम्परायें, विज्ञान तथा अन्य विषय हैं। विशेष तथ्य यह है कि पुराणों में देवी-देवताओं, राजाओ और ऋषि-मुनियों के साथ साथ जन साधारण की कथाओं का भी उल्लेख है जिससे पौराणिक काल के सभी पहलुओं का चित्रण मिलता है। महृर्षि वेदव्यास ने 18 पुराणों का संस्कृत भाषा में संकलन किया है। ब्रह्मा-विष्णु तथा महेश्वर उन पुराणों के मुख्य देव हैं। त्रिमूर्ति के प्रत्येक भगवान स्वरूप को छः पुराण समर्पित किये गये हैं। इन 18 पुराणों के अतिरिक्त 16 उप-पुराण भी हैं किन्तु विषय को सीमित रखने के लिये केवल मुख्य पुराणों का संक्षिप्त परिचय ही दिया गया है। मुख्य पुराणों का वर्णन इस प्

इन 6 स्थानों पर करें मकर संक्रांति पर स्नान, होती है हर कामना पुरी

*इन 6 स्थानों पर करें मकर संक्रांति पर स्नान, होती है हर कामना पुरी* मकर संक्रांति पर स्नान, दान और ध्यान के त्योहार के रूप में देखा जाता है। इस दिन सूर्य उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। सूर्य का प्रवेश चूंकि सोमवार की शाम में ही मकर राशि में हो रहा है इसलिए यह मकर संक्रांति ध्वांक्षी संक्रांति कहलाएगी। इस दिन गुड तिल से बनी चीजों का भोग लगया जाता है और भगवान सूर्य को खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। इस संक्रांति में स्नान का बड़ा महत्व बताया है। ऐसे में देश में कुछ विशेष स्थान हैं, जहां आकर आप स्नान करें और पुण्य फल की प्राप्ति कर सकते हैं…. *1-गंगासागर* मकर संक्रांति पर गंगासागर में स्नान करने का विशेष महत्व है। यहां गंगा नदी का सागर से संगम होता है। बताया जाता है कि गंगा सागर में एक बार डुबकी लगाने पर 10 अश्वमेध यज्ञ और एक हज़ार गाय दान करने के समान फल मिलता है। संक्रांति पर हजारों भक्तजन यहां डुबकी लगाने आते हैं। *2-प्रयाग* मकर संक्रांति के दिन आप प्रयाग में स्नान कर सकते हैं क्योंकि इस बार महाआयोजन का प्रथम शाही स्नान 14 जनवरी को होगा। इस दिन कुंभ में स्नान करना सब

🔥"लव जिहाद का षडयन्त्र क्या है ?🔥👉👉 अपने आसपास छुपे हुए धोखेबाजों व गद्दारों से तुरंत सावधान हो जाओ ।

*🚩🚩 हिंदुओं की लड़कियों व लड़कों अब तुरंत सावधान हो जाओ 🚩🚩पूरे लेख को पढ़कर तुरंत समझ लीजिये कि  🔥"लव जिहाद का षडयन्त्र  क्या है ?🔥👉👉 अपने आसपास छुपे हुए धोखेबाजों व गद्दारों से तुरंत सावधान हो जाओ । साथ में दी गई वीडियो म़ें सुनिये इस हिन्दू बहन के साथ कितना भयंकर व दर्दनाक अत्याचार व धोखा हुआ है ,और भी इसके साथ  कितने गंदे  कुकृत्य हुए होंगे लेकिन यह सबकुछ संकोचवश बता भी नहीं पा रही है । अरी ! नादान लडकियो़ जिन्हें तुम अपना प्रेमी ,मुँहबोला भाई या ब्वाय फ्रेन्ड समझने की भयंकर भूल कर रही हो ,वे लोग कितने खतरनाक ,धोखेबाज व छली- कपटी हैं ,और हिन्दु लडकियो़ के शरीर के  प्रति उनकी नीयत कितनी गंदी ,कितनी खराब व घटिया है इस कटु सत्य को इस वीडियो में  देखकर व समझकर तुरंत जागिये । हिन्दूओं  की लड़कियों  ! अब सीधी -साधी ,भोली -भाली व मूर्ख बनने का जमाना नह़ीं है । तुम समझदार व पढी़ लिखी हो अब  आज से ही तुरंत अपने साथ की सभी हिन्दु बहनो़ को  जगाइये। इन  षडयंत्रकारीयों के जाल म़े फँसी हुई भोली -भाली हिन्दु लडकियो़ का भरपूर शोषण किया जाता है , उनके साथ सामुहिक बलात्कार किये जाते ह़ै

दिल्ली की लिस्ट है या लाहौर की? *आम आदमी पार्टी की दिल्ली विधानसभा की पहली लिस्ट जारी की*

दिल्ली की लिस्ट है या लाहौर की? *आम आदमी पार्टी की दिल्ली विधानसभा की पहली लिस्ट जारी की*   विधानसभा             नाम (1)नई दिल्ली        अरविंद केजरीवाल (2)पड़पडगंज        मनीष सिसोदिया (3)बाबरपुर         गयासुद्दीनशेख (4)शाहदरा            इमरान ताहिर (5)सीलमपुर         हाजी इशराक खान (6)गोकलपुरी        सलाउद्दीन (7)सीमापुरी          बदरुद्दीन खा (8)करावल नगर     इक़बाल अहमद (9)संगम विहार      हामिद अंसारी (10)तिमारपुर         सादाब हुसैन (11)रजेंदर नगर       जाकिर भाई (12)दिल्ली केंट       नुसरत खा (13)आदर्श नगर      सबीना परवीन (14)जंगपुरा            प्रवीण कुमार (15)बुराड़ी              संजीव झा (16)कालकाजी       आतिशी मार्लेना (17)मालवीय नगर    सोमनाथ भारती (18)ओखला           अमानतुल्लाह खान (19)मंगोलपुरी      अब्बास जफर (20)ग्रेटर कैलाश     मोहम्मद अली खान (21)नजफगढ़         मुहम्मद बदरुद्दीन (22)चाँदनी चोक    मो इसनैल ख़्सन (23)बल्लीमरान       इमरान हुसैन (24)घोंडा               अल्ताफ (25)लक्ष्मी नगर       सहाबुद्दीन त्यागी (26)कोंडली            ताहिर

टी.वी. चैनल वाले चुनावी कैलकुलेशन करते समय क्षेत्रवार जनसंख्या प्रतिशत करके बताते हैं तो कुछ इस प्रकार से दिखाते हैं कि इस चुनाव क्षेत्र में:

टी.वी. चैनल वाले चुनावी कैलकुलेशन करते समय क्षेत्रवार जनसंख्या  प्रतिशत करके बताते हैं तो कुछ इस प्रकार से दिखाते हैं कि इस चुनाव क्षेत्र में: 28 %  मुस्लिम 10 %  ब्राह्मण 08 %  ठाकुर 04 %  जाट 05 %  लोध राजपूत 16 %  दलित 12 %  कुर्मी 02 %  सिक्ख 15 %  अन्य जाति के मतदाता हैं। वो कभी यह क्यों नहीं दिखाते कि इस क्षेत्र में 72 % हिन्दुओं के अलावा 16% सुन्नी और 12% शिया हैं। अब से ये बदलाव आना चाहिए और हम वाट्सअपिए करके दिखाएंगे: हिन्दू -------------- 72 % कसाई ------------ 01 % गद्दी -------------- 02 % अंसारी ------------ 02 % हज्जाम ------------ 02 % कायमखानी -------- 02 % सय्यद ------------ 02 % पठान ------------- 02 % शेख -------------- 03 % शैफी -------------  02 % मनिहार -----------  01 % सलमानी ( धोबी) ---- 01 % इदरीसी ( दर्जी) ----- 01 % मंसूरी (धुनें) ------- 0.5 % बाबर्ची ----------- 01 % मिरासी ---------- 0.5 % भांड ------------ 01 % अन्य ------------ 04 % कभी देखा है किसी ने ऐसा टी.वी. या अखबार में ? तो फिर केवल हिंदुओं का ही ऐसा बटवारा

तोरण का सच कुछ लोग जानकारी के अभाव मे गलती कर रहे हे हिन्दू समाज में शादी में तोरण मारने की एक आवश्यक रस्म है।

तोरण का सच कुछ लोग जानकारी के अभाव मे गलती कर रहे हे हिन्दू समाज में शादी में तोरण मारने की एक आवश्यक रस्म है। जो सदियों से चली आ रही है। लेकिन अधिकतर लोग नहीं जानते कि यह रस्म कैसे शुरू हुई। दंत कथानुसार कहा जाता है कि एक तोरण नामक राक्षस था जो शादी के समय दुल्हन के घर के द्वार पर तोते का रूप धारण कर बैठ जाता था तथा दूल्हा जब द्वार पर आता तो उसके शरीर में प्रवेश कर दुल्हन से स्वयं शादी रचाकर उसे परेशान करता था। एक बार एक राजकुमार जो विद्वान एवं बुद्धिमान था शादी करने जब दुल्हन के घर में प्रवेश कर रहा था अचानक उसकी नजर उस राक्षसी तोते पर पड़ी और उसने तुरंत तलवार से उसे मार गिराया व शादी संपन्न की। बताया जाता है कि तब से ही तोरण मारने की परंपरा शुरू हुई अब इस रस्म में दुल्हन के घर के दरवाजे पर लकड़ी का तोरण लगाया जाता है, जिस पर एक तोता (राक्षस का प्रतीक) होता है। बगल में दोनों तरफ छोटे तोते होते हैं। दूल्हा शादी के समय तलवार से उस लकड़ी के बने राक्षस रूपी तोते को मारने की रस्म पूर्ण करता है। गांवों में तोरण का निर्माण खाती करता है, लेकिन आजकल बाजार में बने बनाए सुंदर तोरण मिलत

CAB और NRC वो अचूक हथियार है, जिसके कारण एक एक घुसपैठिया खुद वापस लौट जायेगा। सरकार को न तो कोई कार्रवाई करने की जरूरत पडेगी और न ही उनकी वापसी के लिए एक रूपया खर्च करना पडेगा।

चार दिन हिंसक विरोध के बाद असम और पूर्वोत्तर से बंगलादेशियो ने अपने देश वापस लौटना शुरू कर दिया है, समझ में आ गया है कि CAB लागू होने के बाद अब भारत की नागरिकता मिलना असम्भव है। ज्यादा दिन यहाँ रहे तो फिर बंगलादेश भी वापस लेने से इनकार कर सकता है। तब "Men of No Country" बनने का जोखिम है, इसलिए रातोरात बोरिया-बिस्तर समेटना शुरू कर दिया है ! रोहिंग्या और बंगलादेशी केवल इस उम्मीद में भारत में घुसते आये है कि, देरसबेर स्थानीय छुटभैय्ये नेताओ की मेहरबानी से भारत की नागरिकता मिलती रही है। CAB और NRC ने इस सुविधा को खत्म कर दिया है। अब सौ साल भी भारत में रहोगे तो भी नागरिकता मिलनेवाली नहीं है। इसलिए नाउम्मीद होकर वापस लौट रहे है। CAB और NRC वो अचूक हथियार है, जिसके कारण एक एक घुसपैठिया खुद वापस लौट जायेगा। सरकार को न तो कोई कार्रवाई करने की जरूरत पडेगी और न ही उनकी वापसी के लिए एक रूपया खर्च करना पडेगा। घुसपैठियो को अपने आप वापस लौटने को विवश करने के लिए बहुत ही सोच समझकर सरकार ने नागरिकता कानून बनाया है ! और जो घुसपैठिये पहले ही नागरिकता लेकर हमारे आप के बीच में घुल-मिल

मैं शांति से बैठा अपना इंटरनेट चला रहा था...तभी कुछ मच्छरों ने आकर मेरा खून चूसना शुरू कर दिया तो स्वाभाविक प्रतिक्रिया में मेरा हाथ उठा और चटाक हो गया और एक-दो मच्छर ढेर हो गए... फिर क्या था उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया कि, मैं असहिष्णु हो गया हूँ..!!

मैं शांति से बैठा अपना इंटरनेट चला रहा था...तभी कुछ मच्छरों ने आकर मेरा खून चूसना शुरू कर दिया तो स्वाभाविक प्रतिक्रिया में मेरा हाथ उठा और चटाक हो गया और एक-दो मच्छर ढेर हो गए... फिर क्या था उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया कि, मैं असहिष्णु हो गया हूँ..!! मैंने पूछा.., "इसमें असहिष्णुता की क्या बात है..?" वो कहने लगे.., "खून चूसना उनकी आज़ादी है.." बस "आज़ादी" शब्द सुनते ही कईं बुद्धिजीवी उनके पक्ष में उतर आये और बहस करने लगे.. इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गयी..!! "तुम कितने मच्छर मारोगे.. हर घर से मच्छर निकलेगा.." बुद्धिजीवियों ने अख़बार में तपते तर्कों के साथ बड़े-बड़े लेख लिखना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि ..,मच्छर देह पर मौज़ूद तो थे लेकिन खून चूस रहे थे ये कहाँ सिद्ध हुआ है .... और अगर चूस भी रहे थे तो भी ये गलत तो हो सकता है लेकिन 'देहद्रोह' की श्रेणी में नहीं आता... क्योंकि ये "मच्छर" बहुत ही प्रगतिशील रहे है..किसी की भी देह पर बैठ जाना इनका 'सरोकार' रहा है। मैंने कहा.., "मैं अपना खून नहीं चूसने दू

CAA ओर NRC लागू करने के पीछे केंद्र सरकार का क्या है मकसद, आइए जाने

आपको बता दें कि जब पाकिस्तान का जबरन हिस्सा बन गए बंगालियों ने विद्रोह छेड़ दिया तो इसे कुचलने के लिए पश्‍चिमी पाकिस्तान ने अपनी पूरी ताकत लगाते हुए हिन्दुओं को चुन-चुनकर मारना शुरू कर दिया। जिसमें लाखों बंगालियों की मौत हुई। हजारों बंगाली औरतों का बलात्कार हुआ।  आकड़ो के अनुसार लगभग 30 लाख से ज्यादा हिन्दुओं का युद्ध की आड़ में कत्ल कर दिया गया। 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ 9 महीने तक चले बांग्लादेश के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान हिन्दुओं पर अत्याचार, बलात्कार और नरसंहार के आरोपों में दिलावर को दोषी पाया गया तो भारतीय सेना ने अपना खून बहाकर सन् 1971 में बांग्लादेश को पाकिस्तान के कब्जे से आजाद कराया । इस खूनी संघर्ष में पूर्वी बंगाल (बांग्लादेश) के लगभग 1 करोड़ मुसलमान भारत के पश्‍चिम बंगाल, पूर्वोत्तर राज्य में आ गये । जिनकी  संख्‍या 1 करोड़ से बढ़कर 3.50 करोड़ के आसपास हो गई है।  जहां-जहां से भारत की सीमा बांग्लादेश से लगती है वहाँ हिन्दू अल्पसंख्‍यक और मुसलमान बहुसंख्‍यक हो गये हैं । आपको बता दें कि 2011 में बांग्लादेशी सरकार द्वारा जारी किए गए धार्मिक जनगणना के डाटा अनुसार इस

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Goal Monitor  हम सब हनुमान चालीसा पढते हैं, सब रटा रटाया। क्या हमे चालीसा पढते समय पता भी होता है कि हम हनुमानजी से क्या कह रहे हैं या क्या मांग रहे हैं? बस रटा रटाया बोलते जाते हैं। आनंद और फल शायद तभी मिलेगा जब हमें इसका मतलब भी पता हो। तो लीजिए पेश है श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित!! ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि। बरनऊँ रघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि। 📯《अर्थ》→ गुरु महाराज के चरण.कमलों की धूलि से अपने मन रुपी दर्पण को पवित्र करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन करता हूँ, जो चारों फल धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाला हे।★ ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरो पवन कुमार। बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार।★ 📯《अर्थ》→ हे पवन कुमार! मैं आपको सुमिरन.करता हूँ। आप तो जानते ही हैं, कि मेरा शरीर और बुद्धि निर्बल है। मुझे शारीरिक बल, सदबुद्धि एवं ज्ञान दीजिए और मेरे दुःखों व दोषों का नाश कर दीजिए।★ ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• जय हनुमान ज्ञान गुण सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥1॥★ 📯《अर्

कौनसा पति खरीदूँ ?❓❓❓

*....कौन सा पति खरीदूँ ?*❓❓❓ *शहर के बाज़ार में एक दुकान खुली जिस पर लिखा था -*  *“यहाँ आप पतियों को ख़रीद सकती है |”* *औरतों का एक हुजूम वहां जमा होने लगा | सभी दुकान में दाख़िल होने के लिए बेचैन थी , लंबी क़तारें लग गयी...* *दुकान के मैन गेट पर लिखा था -* *“पति ख़रीदने के लिए निम्न शर्ते लागू”* 👇👇 ✡ *इस दुकान में कोई भी औरत सिर्फ एक बार ही दाख़िल हो सकती है...* ✡ *दुकान की 6 मंज़िले है, और प्रत्येक मंजिल पर पतियों के प्रकार के बारे में लिखा है |* ✡ *ख़रीदार औरत किसी भी मंजिल से अपना पति चुन सकती है l* ✡ *लेकिन एक बार ऊपर जाने के बाद दोबारा नीचे नहीं आ सकती , सिवाय बाहर जाने के |* 🙏🙏 *एक खुबसूरत लड़की को दूकान में दाख़िल होने का मौक़ा मिला...* *पहली मंजिल के दरवाज़े पे लिखा था -  “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है और नेक है | "* लड़की आगे बढ़ी .. *दूसरी मंजिल पे लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है, नेक है और बच्चों को पसंद करते है |”* लड़की फिर आगे बढ़ी ... *तीसरी मंजिल के दरवाजे पे लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है,नेक है और खुबसूरत भी है |”*

क्या केरल में मुसलमानों का हिंदुओं के खिलाफ पहला जिहाद था? लेकिन क्या सच में ऐसा है..

क्या केरल में मुसलमानों का हिंदुओं के खिलाफ पहला जिहाद था?  लेकिन क्या सच में ऐसा है.. 20 अगस्त 1921 का दिन केरल (Kerala) के इतिहास में काले दिन के तौर पर दर्ज है। इसी दिन केरल के मालाबार (Malabar) इलाके में मोपला विद्रोह (Moplah rebellion) की शुरुआत हुई थी। अंग्रेजों के खिलाफ शुरू हुआ मोपला विद्रोह ने बाद में सांप्रदायिक रंग ले लिया। कहा जाता है कि विद्रोह के दौरान मालाबार इलाके के मोपला मुसलमानों ने हजारों हिंदुओं की हत्या कर दी थी। हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार हुए। हजारों हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कर उन्हें मुसलमान बना दिया गया। केरल में मोपला विद्रोह की चर्चा आज तक होती है। खासकर दक्षिणपंथी विचारधारा के लोग इस विद्रोह को लेकर केरल के वामपंथियों को अपने निशाने पर लेते रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी मोपला विद्रोह को याद करके वामपंथियों पर हमले हुए थे। केरल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने मोपला विद्रोह को केरल में हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों का पहला जिहाद बताया था। उनके बयान ने खासी सुर्खियां बटोरी थीं। *खिलाफत आंदोलन के साथ भड़का था मोपला विद्रोह* केरल के मालाबार इलाके