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जून, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Goal Monitor

Samsung Galaxy S21 FE 5G (Olive, 8GB RAM, 256GB Storage) with Snapdragon 888 Processor

  5G (Olive, 8GB RAM, 256GB Storage) with Snapdragon 888 Processor Features Pro Pro-grade Camera with AI Single Take, Portrait Mode, Night Mode and 30X Space zoom. Dual Recording: Film in both wide and selfie angles at the same time | 12MP F1.8 Main Camera (Dual Pixel AF & OIS) + 12MP UltraWide Camera (123° FOV) + 8MP Telephoto Camera (3x Optic Zoom, 30X Space Zoom, OIS) | 32 MP F2.2 Front Camera 16.28cm (6.4-inch) Dynamic AMOLED 2X Display with 120Hz Refresh rate for Smooth scrolling. Intelligent Eye Comfort Shield, New 19.5:9 Screen Ratio with thinner bezel, 1080x2340 (FHD+) Resolution Iconic Contour Cut Design with 7.9 mm thickness. Gorilla Glass Victus and IP68 Water Resistant. 4500 mAh battery with Super Fast Charging & Fast Wireless Charging. Wireless PowerShare to charge your compatible devices using your phone. Samsung DeX connectivity. Stereo Speakers sound by AKG. Dolby Atmos It has been nearly a week since I bought this masterpiece, 1. Camera is just mind blow

ऐसी वीर वीरांगना,जिन्होंने साण्डर्स वध के बाद राजगुरू और भगतसिंह को लाहौर से अंग्रेजो की नाक के नीचे से निकालकर कोलकत्ता ले गयी

  Goalmonitor  यह दुर्गा बाई हैं, वही दुर्गा बाई,जिन्होंने साण्डर्स वध के बाद राजगुरू और भगतसिंह को लाहौर से अंग्रेजो की नाक के नीचे से निकालकर कोलकत्ता ले गयी. इनके पति क्रन्तिकारी भगवती चरण वर्मा थे. ये भी कहा जाता है कि चंद्रशेखर आजाद के पास आखिरी वक्त में जो माउजर था, वो भी दुर्गा बाई ने ही उनको दिया था. 14अक्टूबर 1999 में वो इस दुनिया से गुमनाम ही विदा हो गयी कुछ एक दो अखबारों ने उनके बारे में छापा बस. आज आज़ादी के इतने साल के बाद भी न तो उस विरांगना को इतिहास के पन्नों में वो जगह मिली जिसकी वो हकदार थीं और न ही वो किसी को याद रही चाहे वो सरकार हो या जनता. एक स्मारक का नाम तक उनके नाम पर नही है कहीं कोई मूर्ति नहीं है उनकी. सरकार तो भूली ही जनता भी भूल गयी, ऐसी वीर वीरांगनाओं को हम शत शत नमन करते है 🙏  और भविष्य मे ऐसे तमाम वीरों को सम्मान दिलाने के लिये प्रयासरत रहें .

जब कोई चीज मुफ्त मिल रही हो, तो समझ लेना कि आपको इसकी कोई बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

Goalmonitor   जब कोई चीज मुफ्त मिल रही हो, तो समझ लेना कि आपको इसकी कोई बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। नोबेल विजेता डेसमंड टुटू ने एक बार कहा था कि ‘जब मिशनरी अफ्रीका आए, तो उनके पास बाईबल थी, और हमारे पास जमीन। उनहोंने कहा 'हम यू आपके लिए प्रार्थना करने आये हैं।’ हमने आखें बंद कर लीं,,, जब खोलीं तो हमारे हाथ में बाईबल थी, और उनके पास हमारी जमीन।’ इसी तरह जब सोशल नैटवर्क साइट्स आईं, तो उनके पास फेसबुक और व्हाट्सएप थे, और हमारे पास आजादी और निजता थी। उन्होंनें कहा 'ये मुफ्त है।’ हमने आखें बंद कर लीं, और जब खोलीं तो हमारे पास फेसबुक और व्हाट्सएप थे, और उनके पास हमारी आजादी और निजी जानकारियां। जब भी कोई चीज मुफ्त होती है, तो उसकी कीमत हमें हमारी आजादी दे कर चुकानी पड़ती है।  “ज्ञान से शब्द समझ आते हैं, और अनुभव से अर्थ”. Written by :- Bhajan Lal Indlia Plzz Support Us Plz Like, Share  and Comments 

इन्हें नही मालूम कि विरोध क्यों है इन्होंने बस किसी को दौड़ते देखा है.. 😜

  Agniveer Protest  एक गांव में एक नई कार आई जैसे ही पहली गली में इंटर हुई एक कुत्ता भोंकते हुए पीछे दौड़ने लगा उसको देखकर बाजू की गली के दो कुत्ते भी साथ हो लिए उन तीनों को कार के पीछे भोंकते हुए दौड़ता देखकर अगली गली से  चार पांच कुत्ते भी उनके साथ कार के पीछे दौड़ने लगे इसी तरह अगली गली से आठ दस कुत्ते भी शामिल हो गए सारे कुत्ते कार के पीछे दौड़ रहे है तभी लास्ट में शामिल हुए दस कुत्तों में से एक समझदार कुत्ते ने पूछा कि हुआ क्या है? हम क्यों दौड़ रहे है? तो जवाब मिला कि हमें नही पता हम तो बस दौड़ रहे है क्योंकि हमने इनको दौड़ते हुए देखा है तो वो समझदार कुत्ता थोड़ा तेज दौड़ा और उनके पहले जो शामिल हुए उनके पास गया और पूछा कि हम क्यों दौड़ रहे है? तो पांच कुत्तों के झुंड ने जवाब दिया कि हमने इन दो कुत्तों को दौड़ते हुए देखा इसलिए हम भी दौड़ रहे है वो समझदार कुत्ता फिर से तेज दौड़ा और आगे के दो कुत्तों के पास जाकर वहीं सवाल पूछा तो उन्होंने सबसे आगे दौड़ रहे एक कुत्ते की तरफ इशारा किया कि यह भोंकते हुए दौड़ रहा था तो हमने सोचा कि हमारी कौम का है, जरूर कार ने कोई नुकसान किया होगा तभी भोंक कर दौड़ रहा

जो लोग पूछ रहे हैं "4 साल बाद अग्निवीर क्या करेंगे"❓उनके सभी सवालों के जवाब

Agniveer  जो लोग पूछ रहे हैं "4 साल बाद अग्निवीर क्या करेंगे"❓ उनके सभी सवालों के जवाब अग्निवीर? भविष्य का भारत कैसा हो? ★ ऐसा भारत हो जिसका कलक्टर भी अग्निवीर सैनिक हो,  ★ ऐसा भारत जिसका कप्तान भी अग्निवीर सैनिक हो,  ★ ऐसा भारत जिसका मजिस्ट्रेट भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका बैंककर्मचारी भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका डाक्टर भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका इन्जीनियर भी अग्निवीर सैनिक हो,  ★ ऐसा भारत जिसका लेखपाल भी अग्निवीर सैनिक हो,  ★ ऐसा भारत जिसका पंचायतकर्मी भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका अध्यापक भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका दारोगा भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत सिपाही भी अग्निवीर सैनिक हो , ★ ऐसा भारत जिसका खुफियाकर्मी भीअग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका नेता भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका ग्राम प्रधान भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका ड्राईवर भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका व्यापारी भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका ठेकेदार भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा भारत जिसका अधिवक्ता भी अग्निवीर सैनिक हो, ★ ऐसा

अग्निपथ योजना क्या है,,,?? अग्निपथ योजना पर इतना वबाल क्यों, आइए जाने

अग्निपथ योजना क्या है,,,??  अग्निपथ योजना क्या है,,,??  आइए जाने 1:- उम्र 17 वर्ष 6 माह से 23 वर्ष 2:- योग्यता सीनियर सेकेंडरी 3:- पहले की तरह फिजिकल टेस्ट 4:- सेवा अवधि 4 वर्ष 5:- प्रशिक्षण अवधि 6 माह 6:- प्रथम वर्ष वेतन 30 हजार रुपये महीना जिसमें 9 हजार की कटौती होगी, मतलब 21 हजार प्रति माह मिलेंगे, द्वितीय वर्ष 33000 रुपये मिलेंगे,जिसमे 10000 रुपये प्रति माह कटौती होगी, 23 हजार प्रति  माह मिलेंगे,तृतीय वर्ष 36000 हजार रुपये मिलेंगे, जिसमे 11000 कटौती होकर 25000 हजार रुपये प्रति माह मिलेंगे,चौथे वर्ष 40000 हजार रुपये प्रति माह मिलेंगे, जिसमे 12000 रुपये महीना कटेंगे,  28000 हजार रुपये प्रति माह मिलेंगे, 7:- 4 साल सेवा अवधि बाद रिटायरमेंट पर सेवा निधि पैकेज बतोर 11 लाख 71 हजार रुपये मिलेंगे,  8:- 4 साल की सेवा अवधि उपरांत योग्यता मापदंडों के हिसाब से 25 % जवानों को स्थायी रूप से सेना में नियुक्ति दे दी जाएगी, बाकी 75 % जवानों को अग्निवीर कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जिसके बेस पर  प्राइवेट कम्पनियों में जॉब मे प्राथमिकता मिलेगी, साथ ही खुद का व्यवसाय करने के लिए मिनिमम ब्याज दरों पर नॉ

बेटी की विदाई के वक्त बाप ही सबसे आखिरी में रोता है क्यों, चलिए आज आपको विस्तार से बताता हूं.........

  बाप_और_बेटी 🙏🙏🙏🙏🤗🤗🥰🥰🥰 बेटी की विदाई के वक्त बाप ही सबसे आखिरी में रोता है क्यों, चलिए आज आपको विस्तार से बताता हूं.......... *बाकी सब भावुकता में रोते हैं, पर बाप उस बेटी के बचपन से विदाई तक के बीते हुए पलों को याद कर करके रोता है।* *माँ बेटी के रिश्तों पर तो बात होती ही है, पर बाप ओर बेटी का रिश्ता भी समुद्र से गहरा है।* *हर बाप घर के बेटे को गाली देता है, धमकाता है, मारता है, पर वही बाप अपनी बेटी की हर गलती को नकली दादागिरी दिखाते हुए, नजर अंदाज कर देता है।* *बेटे ने कुछ मांगा तो एक बार डांट देता है, पर अगर बिटिया ने धीरे से भी कुछ मांगा तो बाप को सुनाई दे जाता है, और जेब में रूपया हो या न हो पर बेटी की इच्छा पूरी कर देता है।* *दुनिया उस बाप का सब कुछ लूट ले तो भी वो हार नही मानता, पर अपनी बेटी के आंख के आंसू देख कर खुद अंदर से बिखर जाए उसे बाप कहते हैं।* *और बेटी भी जब घर में रहती है, तो उसे हर बात में बाप का घमंड होता है। किसी ने कुछ कहा नहीं कि वो बेटी तपाक से बोलती है, "पापा को आने दे फिर बताती हूं"* *बेटी घर में रहती तो माँ के आंचल में है, पर बेटी की हिम्मत

भारत की वो एकलौती ऐसी घटना जब , अंग्रेज़ों ने एक साथ.... 🤔🤔?

  भारत की वो एकलौती ऐसी घटना जब , अंग्रेज़ों ने एक साथ 52 क्रांतिकारियों को इमली के पेड़ पर लटका दिया था, पर वामपंथियों ने इतिहास की इतनी बड़ी घटना को आज तक गुमनामी के अंधेरों में ढके रखा। उत्तरप्रदेश के फतेहपुर जिले में स्थित बावनी इमली एक प्रसिद्ध इमली का पेड़ है, जो भारत में एक शहीद स्मारक भी है। इसी इमली के पेड़ पर 28 अप्रैल 1858 को गौतम क्षत्रिय, जोधा सिंह अटैया और उनके इक्यावन साथी फांसी पर झूले थे। यह स्मारक उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के बिन्दकी उपखण्ड में खजुआ कस्बे के निकट बिन्दकी तहसील मुख्यालय से तीन किलोमीटर पश्चिम में मुगल रोड पर स्थित है। यह स्मारक स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किये गये बलिदानों का प्रतीक है। 28 अप्रैल 1858 को ब्रिटिश सेना द्वारा बावन स्वतंत्रता सेनानियों को एक इमली के पेड़ पर फाँसी दी गयी थी। ये इमली का पेड़ अभी भी मौजूद है। लोगों का विश्वास है कि उस नरसंहार के बाद उस पेड़ का विकास बन्द हो गया है। 10 मई, 1857 को जब बैरकपुर छावनी में आजादी का शंखनाद किया गया, तो 10 जून,1857 को फतेहपुर में क्रान्तिवीरों ने भी इस दिशा में कदम बढ़ा दिया जिनका नेतृत्व कर र

माँ दुर्गा चालीसा(Maa Durga Chalisa)-नमो नमो दुर्गे सुख करनी।नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥

  हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा को सर्वोच्च शक्ति माना जाता है। माँ दुर्गा एक हिंदू देवी हैं जो शक्ति और आश्रय का प्रतीक मानी जाती। यह माना जाता है कि शेर पर सवार मा दुर्गा बुराई से लड़ने के लिए और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। माँ दुर्गा को एक सुकरक्षात्मक देवी माना जाता है जो निर्माण की अनुमति देने के लिए विनाश का वार करता है। मा दुर्गा की आठ भुजाएँ (प्रत्येक एक हथियार लेकर) आठ अलग-अलग दिशाओं की ओर इशारा करती हैं। नवरात्रि के मौसम के दौरान देवी के नौ अवतारों की पूजा अत्यंत भक्ति के साथ की जाती है। दुर्गा चालीसा   नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥   निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥   शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥   रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥   तुम संसार शक्ति लै कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥   अन्नपूर्णा हुई जग पाला। तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥   प्लयकाल सब नाशन हारी। तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥   शव योगी तुम्हरे गुण गावें। ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥   रूप सरस्वती को तुम धारा। दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उ

एक ऐसा सच,जो अब देश में हर परिवार को समझना चाहिये!

  ऑनलाइन गेमिंग की लत ने एक हँसतें खेलते घर को उजाड़ दिया, लखनऊ में हर घर में आज यही चर्चा चल रही है कि कैसे 16 साल का लड़का गेम खेलने से मना करने पर अपनी मां को मार डालता है....4 दिन तक उस मृत शरीर को कमरे में बंद करके रखता है, फिर पकड़े जाने के डर से कई तरह के झूठ बोलता है....ये कहानी नही एक ऐसा सच है जो अब देश में हर परिवार को समझना चाहिये  मोबाइल एक बड़ा खतरनाक रूप से चुका है बच्चे बिना मोबाइल के रह नही सकते और ये सब शायद समाज के विघटन का नतीजा है , संयुक्त परिवार रह नही गये, परिवार में पिता की भूमिका भी अब हेड की नही रह गयी है ...अगर बच्चे को डाँटा जाता है तो बाकी घरवाले उसके साथ ना खड़े हों बल्कि उसको एहसास दिलायें की वो गलत कर रहा है ...फ़ोन एक बीमारी का रूप ले चुका है इससे धीरे धीरे ही बाहर निकला जा सकता है अगर अब भी हम नही समझे तो पक्का समझिये की आने वाला समय और खराब होगा । मन इस घटना से दुखी है , ईश्वर उस मां की आत्मा को सदगति प्रदान करें  ॐ शांति । Plz comments and share Thank You 

श्री हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)

  ॥ श्री हनुमान चालीसा ॥ ॥ दोहा॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार । बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार ॥ ॥ चौपाई ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा । अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥ महाबीर बिक्रम बजरंगी । कुमति निवार सुमति के संगी ॥ कंचन बरन बिराज सुबेसा । कानन कुण्डल कुँचित केसा ॥४ हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजै । काँधे मूँज जनेउ साजै ॥ शंकर सुवन केसरी नंदन । तेज प्रताप महा जगवंदन ॥ बिद्यावान गुनी अति चातुर । राम काज करिबे को आतुर ॥ प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया । राम लखन सीता मन बसिया ॥८ सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा । बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥ भीम रूप धरि असुर सँहारे । रामचन्द्र के काज सँवारे ॥ लाय सजीवन लखन जियाए । श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥ रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई । तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२ सहस बदन तुम्हरो जस गावैं । अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥ सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा । नारद सारद सहित अहीसा ॥ जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते । कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥ त

आखिर कौन थे ? सम्राट पृथ्वीराज चौहान ...आइये जाने l

  आखिर कौन थे ? सम्राट पृथ्वीराज चौहान  पुरा नाम :-          पृथ्वीराज चौहान  अन्य नाम :-         राय पिथौरा  माता/पिता :-       राजा सोमेश्वर चौहान/कमलादेवी पत्नी :-               संयोगिता जन्म :-               1149 ई.   राज्याभिषेक :-     1169 ई.    मृत्यु :-                1192 ई.  राजधानी :-          दिल्ली, अजमेर वंश :-                 चौहान (राजपूत) आज की पिढी इनकी वीर गाथाओ के बारे मे..  बहुत कम जानती है..!!  तो आइए जानते है.. #सम्राट #पृथ्वीराज #चौहान से जुडा इतिहास एवं रोचक तथ्य,,, ''(1)  प्रथ्वीराज चौहान ने 12 वर्ष कि उम्र मे बिना किसी हथियार के खुंखार जंगली शेर का जबड़ा फाड़  ड़ाला था । (2) पृथ्वीराज चौहान ने 16 वर्ष की आयु मे ही  महाबली नाहरराय को युद्ध मे हराकर माड़वकर पर विजय प्राप्त की थी। (3) पृथ्वीराज चौहान ने तलवार के एक वार से जंगली हाथी का सिर धड़ से अलग कर दिया था । (4) महान सम्राट प्रथ्वीराज चौहान कि तलवार का वजन 84 किलो था, और उसे एक हाथ से चलाते थे ..सुनने पर विश्वास नहीं हुआ होगा किंतु यह सत्य है..  (5) सम्राट पृथ्वीराज चौहान पशु-पक्षियो के साथ बाते करन

बड़ी बेशर्मी से कह देते हो #पंजाबीसिंगर हथियारों को बढ़ावा देते हैं, #जट्टवाद को बढ़ावा देते हैं

    बड़ी बेशर्मी से कह देते हो #पंजाबीसिंगर हथियारों को बढ़ावा देते हैं, #जट्टवाद को बढ़ावा देते हैं वैसे ये कहने वाले ज्यादातर एक ही ideology के लोग हैं अगर पंजाबी सिंगर हथियारों को बढ़ावा देते हैं तो संजय दत्त क्यों पकड़ा गया था क्या उसे मूसेवाला ने प्रेरित किया था? 90% बॉलिवुड दुबई जाकर दाऊद के आगे नाचता है शराब के विज्ञापन कौन करता है? गुटखे के विज्ञापन कौन करता है ? Online सट्टा खेलने के लिए कौन प्रेरित करता है? इनके खिलाफ तो कभी मुंह नहीं खोला ? खलनायक, सत्या, कंपनी, वास्तव , शूट आउट एट वडाला, डॉन, गैंग्स ऑफ वासेपुर, मिर्जापुर जैसी फिल्में क्या संदेश देती है ?  इन पर तो कभी मुंह नहीं खोला  तुम्हारे तथाकथित महानायक ने तो दारू पर पूरी एक फिल्म "शराबी" बना दी थी उसे तो बड़े इमोशन्स के साथ देखा था   अश्लिलता का गढ़ है बॉलीवुड , कभी कोई बोला इस पर? " मैं घर से निकल आया बोतल भी उठा लाया" "छलकाए जाम आपकी आंखों के नाम" "चोली के पीछे क्या है" "जवानी से जंग होने लगी चोली अब तंग होने लगी" "दर्जी से मेरी जंग हो गई कल चोली सिलाई आज तंग हो

हम अपनी मौत अपने हाँथो लिख रहे , गंगा सूख गई है , ग्लेशियर में बर्फ ही नही है पिघलेगा कहाँ से ।

  कुल्लू में तापमान 33℃ है , ऋषिकेश में तापमान 38℃ है ,नैनीताल में 26℃ है , डलहौजी में भी 25 से 30 के बीच मे है ,कुफरी में 23℃ है, शिमला में 25℃ है , मसूरी में भी 26 है ,   इन सभी हिल स्टेशन्स के तापमान लगातार बढ़ रहें , दिल्ली से शिमला के लिए रोज हजारों लोग निकलते हैं, कार उठाई चल दिये , और जो लंबा जाम लगता है वहाँ जिसकी कोई हद नही , शिमला को दिल्ली बनाने का प्रोसेस लगातार जारी है , हिल स्टेशन्स का जब ये हाल है तो भैया UP बिहार दिल्ली राजस्थान में 50+ तापमान पहुँचना नार्मल है । AC घर घर लग रही , AC पूरे मोहल्ले को गैस की भट्ठी में झोंक देती है , बिना AC आप रह भी नही सकते, हम अपनी मौत अपने हाँथो लिख रहे , गंगा सूख गई है , ग्लेशियर में बर्फ ही नही है पिघलेगा कहाँ से । गर्मी पड़ती है हम झुंझलाते हैं , जिनका फील्ड वर्क है उनकी हालत खराब है , एक फेरी वाला जो 10 चक्कर लगाता था एक नही लगा पा रहा , सरकार भी सस्ती AC बाँटने निकली है ,  दुबई जो की रेगिस्तान में बसा है वहाँ तापमान 42℃ है , और हमारे यहाँ 50 पहुँच रहा ,  सरकारों को इस ओर ध्यान देना चहिये , 50 के बाद तो AC भी काम नही करती 55 के बाद ख

बता कर गया है दुनिया को दिखा कर गया हैं कि आज भी यदि तुम मेहनत करो तो ज़ीरो से आसमान में पहुंच सकते हो !

  बता कर गया है दुनिया को दिखा कर गया हैं कि  आज भी यदि तुम मेहनत करो तो ज़ीरो से आसमान में पहुंच सकते हो ! सब कुछ होने के बाद भी गाँव नही छोड़ा , बड़ी हवेलि बनाई, खुद टेक्टर चलाए मेहनत करि और शान से रहता था । अपने लोगो के साथ खड़ा रहा , रोज 100/200 आदमियों की समस्या सुनता और सुलझाता । सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ किसानो के साथ खुलकर लड़ा, खुलकर लिखा और गाया !  चाहे सिख था , शान से पगड़ी बांधी पर धर्म के नाम फैलते प्रोपगेंडा के खिलाफ भी खुलकर बोलता  और नस्ल , कौम को धर्म से ऊपर मानता था । दुनियाभर में जट कल्चर का प्रचार किया, हर तरह से नौजवानों को प्रेरित किया ।  सादा रहना , सादा कपड़े पर शौंक के साथ पहनना ! कुर्ते पजामे ,जैकेट , ट्रेक्टर , खेती ,खेत ,हमारे लाइफ स्टाइल को इंटरनेशनल लेवल प ग्लोरीफाई किया , और रही बात हथियार की तो आत्मरक्षा के लिए लट्ठ हम सदा से रखते आए हैं  कहावते रही कि चादर और लट्ठ हमेशा साथ रखना चाहिए ,  य हमारी वेशभूषा का हिस्सा हैं । अपने माँ बाप की इज्जत करता , और कभी कोई एक लाइन नही बोली जहां उसने नशे को प्रमोट किया हो ,  फुकरापंथी लड़कीबाजी को प्रमोट किया हो ! केंसर अस

ये जो तस्वीर है वो दो भाइयों के बीच..💥💥..चुनावी रंजिशों ने समाज को खोखला कर दिया है।

  ये जो तस्वीर है वो दो भाइयों के बीच "बंटवारे" के बाद की बनी हुई तस्वीर है।  बाप-दादा के घर की देहलीज को जिस तरह बांटा गया है यह हर गांव घर की असलियत को भी दर्शाता है।  दरअसल हम " गांव " के लोग जितने खुशहाल दिखते हैं उतने हैं नहीं।  जमीनों के केस, पानी के केस, खेत-मेढ के केस, रास्ते के केस, मुआवजे के केस,बंजर तालाब के झगड़े, ब्याह शादी के झगड़े , दीवार के केस,आपसी मनमुटाव, चुनावी रंजिशों ने समाज को खोखला कर दिया है।  💥💥 अब "गांव" वो नहीं रहे कि "बस" या अन्य 'वाहनो' में गांव की लडकी को देखते ही सीट खाली कर देते थे बच्चे।  दो चार "थप्पड" गलती पर किसी बड़े बुजुर्ग या ताऊ ने ठोंक दिए तो इश्यू नहीं बनता था तब। लेकिन अब..आप सब जानते ही है अब हम पूरी तरह बंटे हुए लोग हैं। "गांव" में अब एक दूसरे के उपलब्धियों का सम्मान करने वाले, प्यार से सिर पर हाथ रखने वाले लोग संभवतः अब मिलने मुश्किल हैं।वह लगभग गायब से हो गये हैं  ... हालात इस कदर "खराब" है कि अगर पडोसी फलां व्यक्ति को वोट देगा तो हम नहीं देंगे। इतनी नफरत कहां से

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Goal Monitor  हम सब हनुमान चालीसा पढते हैं, सब रटा रटाया। क्या हमे चालीसा पढते समय पता भी होता है कि हम हनुमानजी से क्या कह रहे हैं या क्या मांग रहे हैं? बस रटा रटाया बोलते जाते हैं। आनंद और फल शायद तभी मिलेगा जब हमें इसका मतलब भी पता हो। तो लीजिए पेश है श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित!! ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि। बरनऊँ रघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि। 📯《अर्थ》→ गुरु महाराज के चरण.कमलों की धूलि से अपने मन रुपी दर्पण को पवित्र करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन करता हूँ, जो चारों फल धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाला हे।★ ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरो पवन कुमार। बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार।★ 📯《अर्थ》→ हे पवन कुमार! मैं आपको सुमिरन.करता हूँ। आप तो जानते ही हैं, कि मेरा शरीर और बुद्धि निर्बल है। मुझे शारीरिक बल, सदबुद्धि एवं ज्ञान दीजिए और मेरे दुःखों व दोषों का नाश कर दीजिए।★ ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• जय हनुमान ज्ञान गुण सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥1॥★ 📯《अर्

कौनसा पति खरीदूँ ?❓❓❓

*....कौन सा पति खरीदूँ ?*❓❓❓ *शहर के बाज़ार में एक दुकान खुली जिस पर लिखा था -*  *“यहाँ आप पतियों को ख़रीद सकती है |”* *औरतों का एक हुजूम वहां जमा होने लगा | सभी दुकान में दाख़िल होने के लिए बेचैन थी , लंबी क़तारें लग गयी...* *दुकान के मैन गेट पर लिखा था -* *“पति ख़रीदने के लिए निम्न शर्ते लागू”* 👇👇 ✡ *इस दुकान में कोई भी औरत सिर्फ एक बार ही दाख़िल हो सकती है...* ✡ *दुकान की 6 मंज़िले है, और प्रत्येक मंजिल पर पतियों के प्रकार के बारे में लिखा है |* ✡ *ख़रीदार औरत किसी भी मंजिल से अपना पति चुन सकती है l* ✡ *लेकिन एक बार ऊपर जाने के बाद दोबारा नीचे नहीं आ सकती , सिवाय बाहर जाने के |* 🙏🙏 *एक खुबसूरत लड़की को दूकान में दाख़िल होने का मौक़ा मिला...* *पहली मंजिल के दरवाज़े पे लिखा था -  “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है और नेक है | "* लड़की आगे बढ़ी .. *दूसरी मंजिल पे लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है, नेक है और बच्चों को पसंद करते है |”* लड़की फिर आगे बढ़ी ... *तीसरी मंजिल के दरवाजे पे लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है,नेक है और खुबसूरत भी है |”*

क्या केरल में मुसलमानों का हिंदुओं के खिलाफ पहला जिहाद था? लेकिन क्या सच में ऐसा है..

क्या केरल में मुसलमानों का हिंदुओं के खिलाफ पहला जिहाद था?  लेकिन क्या सच में ऐसा है.. 20 अगस्त 1921 का दिन केरल (Kerala) के इतिहास में काले दिन के तौर पर दर्ज है। इसी दिन केरल के मालाबार (Malabar) इलाके में मोपला विद्रोह (Moplah rebellion) की शुरुआत हुई थी। अंग्रेजों के खिलाफ शुरू हुआ मोपला विद्रोह ने बाद में सांप्रदायिक रंग ले लिया। कहा जाता है कि विद्रोह के दौरान मालाबार इलाके के मोपला मुसलमानों ने हजारों हिंदुओं की हत्या कर दी थी। हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार हुए। हजारों हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कर उन्हें मुसलमान बना दिया गया। केरल में मोपला विद्रोह की चर्चा आज तक होती है। खासकर दक्षिणपंथी विचारधारा के लोग इस विद्रोह को लेकर केरल के वामपंथियों को अपने निशाने पर लेते रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी मोपला विद्रोह को याद करके वामपंथियों पर हमले हुए थे। केरल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने मोपला विद्रोह को केरल में हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों का पहला जिहाद बताया था। उनके बयान ने खासी सुर्खियां बटोरी थीं। *खिलाफत आंदोलन के साथ भड़का था मोपला विद्रोह* केरल के मालाबार इलाके